विधानसभा से नेहरू की तस्वीर हटाने पर मध्य प्रदेश में गरमाई सियासत, अब क्या बोले डिप्टी सीएम?
प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि आखिर ऐसा हुआ क्यों, इसका वे पता करेंगे कि आखिर ऐसा हुआ क्यों. उन्होंने ऐसा कोई आदेश दिया ही नहीं है
भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी के पीछे लगी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर के स्थान पर संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लगाए जाने को लेकर मध्य प्रदेश की सियासत गरमा गई है. पंडित नेहरू की तस्वीर हटाने पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. वहीं अब इस पर बीजेपी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
मध्य प्रदेश के नवनियुक्त डिप्टी स्पीकर राजेंद्र शुक्ला ने कहा, कांग्रेस को इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए. डॉ अंबेडकर की तस्वीर लगाने का कांग्रेस को स्वागत करना चाहिए. अगर लोकसभा और विधानसभा में डॉ अंबेडकर की तस्वीर नहीं होगी तो फिर कहां होगी. संविधान के आधार पर ही तो लोकसभा और विधानसभा की कार्यवाहियां होती हैं तो उन्हें इसका स्वागत करना चाहिए और जहां तक पंडित नेहरू की तस्वीर का सवाल है तो विधानसभा सचिवालय जरूर सही जगह पर उनकी तस्वीर को लगाने का काम करेगा।
नेहरू की जगह अंबेडकर की तस्वीर लग गई
मध्य प्रदेश विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी के पीछे एक तरफ जहां महात्मा गांधी तो दूसरी ओर पहले प्रधानमंत्री नेहरू की तस्वीर लगी हुई थी. लेकिन अब नेहरू की जगह अंबेडकर की तस्वीर लग गई है. इस मामले पर कांग्रेस ने एतराज जताया है. साथ ही नेहरू की तस्वीर लगाए जाने की मांग की है।
इस मामले पर कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हफीज ने कहा है कि नेहरू की तस्वीर हटाना द्वेषपूर्ण भावना है. देश के पहले प्रधानमंत्री को बार-बार अपमानित किया जा रहा है. यह बीजेपी की आदत बन चुकी है. इतिहास से नाम हटाने के प्रयास किया जा रहे है. अंबेडकर और नेहरू की लड़ाई बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं जो तस्वीर 50 साल से विधानसभा में गरिमा पूर्ण तरीके से लगी हुई थी, उसे हटाकर डॉ अंबेडकर की तस्वीर लगाई गई है. इससे जाहिर होता है कि बीजेपी विवाद चाहती है।